Coronavirus and the Power of Mantra

।।कोरोना और मंत्र शक्ति।।

कोरोना एक विश्वव्यापी महामारी का रूप ले चुका है जिसका अभी तक कोइ इलाज/टीका खोजा नहीं जा सका है ऐसे में हिंदू शास्त्रों में फैलने वाली ऐसी महामारी के विकराल रूप से बचाव के लिए कुछ (निम्न तीन) अचूक मंत्र /चौपाई का मैं यहां उल्लेख कर रहा हूं जिनका नित्य 108 बार श्रद्धापूर्वक स्मरण  कर इस महामारी के प्रकोप से बचाव किया जा सकता है। यह मंत्र/ चौपाई बहुत सरल है और आप इन मंत्रों /चौपाई को आसानी से कंठस्थ कर सकते हैं और चलते-फिरते उठते-बैठते मन ही मन में एक-एक करके प्रत्येक का 108 बार स्मरण कर सकते हैं। इन मंत्रों के जप से आप अपने चारों ओर एक सकारात्मक  होरा (positive energy) महसूस करेंगे जो आप की प्रतिरोधक क्षमता (immune system) को बढ़ाएगा।

(1) पहला मंत्र श्री दुर्गा सप्तशती से लिया गया है जो इस प्रकार है:-

Coronavirus devi mantra
 

       ‘देहि सौभाग्यमारोग्यं देहि मे परमं सुखम्। रूपं देहि जयं देहि, यघो देहि द्विषो जहि।।

संक्षेप में भावार्थ यह है कि आप देवी से प्रार्थना कर विनय कर रहे हैं कि हे देवी मुझे आरोग्य प्रदान कर मेरी काया को निरोगी रखें।श्री दुर्गा/महाकाली को महामारी का विनाश करने वाली माना गया है।राहु विदेशी और वायरस का प्रतीक है और उक्त दुर्गा सप्तशती के मंत्र से राहु देव शांत होगें।

(2) दूसरा मंत्र श्री शीतला माता  का है। श्री शीतला देवी को हिंदू शास्त्रों में छुआछूत की बीमारी और महामारी के विनाश की देवी माना गया है। इसी मद्देनजर हर वर्ष चैत्र मास की कृष्ण अष्टमी को शीतलाष्टमी का पूजन किया जाता है। मंत्र है:-

sheetla mata coronavirus mantra

 ॐ ह्रं श्रीं शीतलायै नमः।।

(3) तीसरे मंत्र के रूप में यह रामायण की चौपाई है:-

Ram Mantra coronavirus

दैहिक दैविक भौतिक तापा |

राम राज नहिं काहुहि ब्यापा ||

श्री तुलसीदासजी लिखते है कि रामराज्य में दैहिक, देविक व भौतिक रूप से किसी भी प्रकार के ताप का प्रकोप नहीं था अतः यह भी महामारी विनाश की अचूक चौपाई है जिसके करने से देहिक, देविक व भौतिक सभी प्रकार की शारीरिक पीड़ा में आराम मिलेगा।

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 ग्रहों के गोचर के हिसाब से  श्री गुरुदेव के 30 मार्च 2020 में  मकर राशि में प्रवेश के साथ ही इस बीमारी का प्रकोप 30 मार्च 202O से 30 जून 2020 के दरमयान शनै: शनै: कम होगा और इसी दौरान इस महामारी का इलाज/टीका (vaccine) खोजे जाने की भी पूरी  संभावना हैं। 23 सितंबर 2020 के बाद यह महामारी राहु के वृषभ(Tauras) राशि में गोचर के साथ ही विलुप्त हो जायेगी।

FINAL THOUGHTS

एहतियाती होना बहुत जरूरी है इसके लिए आप अपने हाथ धोते रहिए भीड़ से दूर रहिए और हो सके तो घर में ही रहिए

अपने आप को डर में मत डालिए डर् भी एक वायरस है

।जयश्री राम।।

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